हिस्सेदारी मांगने पर भाई ने बहन की गोली मार कर कर दी हत्या, खगड़िया के कुख्यात ने घटना को दिया अंजाम :- अवधेशकुमार की रिपोर्ट

बेगूसराय में पैतृक संपत्ति में हिस्सेदारी मांगना एक बहन को उस वक्त महंगा पड़ गया जब उसे अपने जान से हाथ धोना पड़ा। बदमाश भाई भतीजे ने मिलकर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। घटना नीमा चांदपुरा थाना क्षेत्र के नीमा गांव में शनिवार के रात की है।बदमाशों ने घर में घुसकर 56 वर्षीया रेखा देवी की गोली मारकर हत्या कर दी। गोली उसके बायें कनपटी में लगी है। वह डॉक्टर मणिकांत पोद्दार की पत्नी थी। मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। घटना की सूचना पर थाना अध्यक्ष दीपक कुमार पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। 10 घंटे तक लगातार घटना स्थल पर मौजूद रहकर रविवार को शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। मृतका की बहू खुशबू देवी ने बताया कि उनकी सास का भाई खगड़िया जिला का विशो पोद्दार और उसका बेटा स्कॉर्पियो से शनिवार की रात उसके घर पर आया। फुआ कह कर दरवाजा खटखटाया। भाई व भतीजा को देख उसकी सास ने दरवाजा खोला। उसके बाद दोनों पिता पुत्र अंदर दाखिल हुए। उसकी सास कुर्सी पर बैठ गई।उसके भतीजे ने बुआ से कहा कि दादा को लकवा मार दिया है, बेगूसराय में भर्ती है। अभी तुरंत चलना है। रेखा देवी ने यह कहते हुए जाने से इनकार कर दिया कि अभी अधिक ठंड है। तुम लोग क्लीनिक में जाओ और वीडियो कॉलिंग करना। यह बात सुन दोनों पिता पुत्र ने चाय पीने का अनुरोध किया। उसकी सास ने उसे चाय बनाने के लिए चाय बोला है। वह अंदर किचन में जब चाय बनाने गई तो गोली की आवाज आई। जब वह दौड़ कर गेट पर आई तो दोनों पिता पुत्र हमारे तरफ भी हथियार तान दिया। वह अंदर से छिटकनी लगा दी। इससे उनकी जान बची। उसके बाद दोनों पिता पुत्र बाहर में स्टार्ट स्कॉर्पियो वाहन से बाहर निकल कर फरार हो गए। घटना की सूचना परिजनों को मोबाइल से देने के बाद सभी लोग आए। उसके बाद घटना की जानकारी नीमा चांदपुरा थाना अध्यक्ष को दी गई तो घटना के 20 मिनट बाद थाना अध्यक्ष दीपक कुमार घटना स्थल पर पहुंचे। थाना अध्यक्ष ने घटना की जानकारी एसपी को दी। एसपी मनीष कुमार ने बताया कि संपत्ति विवाद में मृतका के भतीजा ने उसकी गोली मारकर हत्या की घटना को अंजाम दिया है। सदर डीएसपी दो के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। अपहरण करने के उदेश्य से आये कुख्यात द्वारा घटना को अंजाम देना बता रहा है कि मृतका का भाई व भतीजा उसका अपहरण करने के उदेश्य आया था। वाहन से उसे ले जाता व मारकर हादसे या अन्य दुर्घटना का रूप देकर पुलिस व परिजनों को गुमराह करने का इरादा था। लेकिन ठंड की बात कह जब बेगूसराय जाने से इंकार किया तो घर के अंदर ही गोली मार दी। सूत्रों की माने तो डेढ़ करोड़ की जमीन बिक्री में हिस्सेदारी बहन को दिलाने में मृतका अगवा की भूमिका निभाई थी। परिजनों एवं स्थानीय लोगों के अनुसार मृतका के खगरिया में डेढ़ करोड़ रुपये की जमीन बिक्री हुई थी। इसमें सात भाई के साथ तीन बहन को भी बराबर की हिस्सेदारी दिलाने में रेखा देवी नेतृत्वकर्ता थी। जबकि विशो पोद्दार किसी भी बहन को हिस्सा नही देना चाहता था। विशो पोद्दार खगड़ीया जिले का कुख्यात हथियार तस्कर के रूप में प्रसिद्ध है। फिलहाल थाने की पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया और आगे अपराध में शामिल बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए सभी संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी में जुट गई है जबकि मौत को लेकर परिजनों में कोहराम जैसी स्थिति बन गई और ग्रामीण स्तब्ध हैं।