Begusarai :- अवधेश कुमार

अपराधी चाहे लाख होशियारी कर ले और अपराध की घटना को अंजाम देकर पुलिस से बचने के लिए पाताल में छुप जाय लेकिन एक न एक दिन कानून अपने शिकंजे में कस ही लेती है। इस कड़ी में पुलिस ने एक बार फिर बड़ी कामयाबी हासिल की है जहां दिन दहाड़े हुई बेगूसराय में 20 दिसंबर के दिन गोपाल कुमार उर्फ गोलू की हत्या मामले में पुलिस ने जिले से बारह सौ किलो मीटर दूर स्थित राजधानी दिल्ली में छुपे दो शातिर बदमाश को आखिरकार दबोच लिया है। इस संबंध में एसपी मनीष ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि बीते 20 दिसंबर को तेघड़ा थाना अंतर्गत बजलपुरा गांव निवासी रामलगण सिंह का पुत्र गोपाल कुमार उर्फ गोलू तेघड़ा बाजार स्थित किराना दुकान से समान खरीद कर जब अपने बाइक से घर लौट रहा था तभी रास्ते में अज्ञात अपराधकर्मियों के द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी थी। एसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि घटना के बाद हत्यारे की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कराई जा रही थी।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए 15 – 15 हजार रुपए के इनाम की घोषणा की गई थी। एसपी मनीष ने बताया कि पुलिस को ऐसी सूचना प्राप्त हुई कि हत्याकांड के फ़िरार एवं इनामी अपराधकर्मी कन्हैया कुमार उर्फ मंगरू एवं निकेत उर्फ कारू नई दिल्ली के सरिता विहार स्थित जसोला हाउस में छुपा हुआ है। जिसके बाद पुलिस चिन्हित ठिकाने पहुंच कर विधिवत छापेमारी करते हुए दो अपराधी को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने बताया कि दोनों बदमाशों की पहचान पटना जिला के मोकामा थाना अंतर्गत मोल दियारा टोला के वार्ड संख्या 13 निवासी रूपक सिंह का पुत्र कन्हैया कुमार उर्फ मंगरू एवं अरविंद सिंह का पुत्र निकेत कुमार उर्फ कारू के रूप में हुई है। एसपी ने बताया कि दोनों बदमाशों का पूर्व से ही अपराधिक इतिहास है।

दर असल बीते 20 दिसंबर को बदमाशों ने उस समय गोपाल कुमार उर्फ गोलू को गोलियों से भुन डाला था जब वह अपने दिवंगत दादी की श्राद्ध कर्म के आयोजन को लेकर बाजार से समान खरीदकर घर लौट रहे थे तभी अपने गांव बजलपुरा पहुंचते ही घात लगाए बाइक सवार बदमाशों ने घर से पहले गोलियों से छलनी कर दिया और घटना स्थल पर तड़पते मौके से फरार हो गया। दिन दहाड़े हुई इस पूरी वारदात ने इलाके में सनसनी फैला रखी थी और पुलिस भौचक्के रह गए। घरवालों ने स्थानीय लोगों की मदद से उसकी जान बचाने के लिए कई क्लिनिकों में भेजा लेकिन सभी रेफर कर दिए और थक हार कर परिजनों ने उसे सदर अस्पताल लाया था जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गई थी। फिलहाल पुलिस दोनों अपराधी से गहन पूछताछ में जुटी हुई है और जिले की पुलिस शातिर की गिरफ्तारी होने से राहत की सांस ली है। अब पुलिस पूछताछ के बाद ही खुलासा होगा कि आखिर किस रंजिश में बदमाशों ने गोपाल को मौत के घाट उतारा।